कई विपक्षी दलों का कहना है कि EVM मशीन में गड़बड़ी की जा रही है ।
पुराने तरीके से फिर से चुनाव किया जाए।
मतलब पर्ची पर मोहर मार के ही वोट करना चाहिए ।
आपको भी लगता होगा कि जब लोगों को शक है ! EVM मशीन पर
तो चुनाव पुराने तरीके से ही क्यों नहीं किया जा रहे हैं
दरअसल बात यह है कि हाई कोर्ट में एक याचिका दायर किया गया था कि EVM की जगह फिर से वैलेट पेपर का प्रयोग किया जाए ,चुनाव के लिए ।
जिसका फैसला आ चुका है ।
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि वैलेड पेपर का प्रयोग करने से काफी नुकसान होंगे ।
हाई कोर्ट का कहना है ! कि आप शायद भूल चुके होंगे वैलेट पेपर से कितनी प्रकार की नुकसान झेलें है ! हम लोग लेकिन हमें सब कुछ याद है हम कुछ नहीं भुले है।
आखिर क्या-क्या होता था वैलेट पेपर का प्रयोग होता था तो ।
बूथ कैपचरिंग जैसी धांधली करके फर्जी वोट डालना । या सही वोट को खराब करना
दरअसल भारत में 2004 से पहले वैलिड पेपर पर व्यक्ति का नाम और चुनाव चिन्ह होता था । जिस पर मोहर लगाकर । एक बॉक्स में डाल दिया जाता था ।
आप ने कई फिल्मों में देखा होगा कि खुद से ही फर्जी वोट डालते हुए और कभी-कभी वोट बॉक्स को ही जलते हुए।
यार इंक से भेजेते हुए ।
दरअसल बात यह है अगर वैलिड पेपर पर थोड़ा भी कोई किसी भी प्रकार का निशान लग जाए तो वह वोट मान्य नहीं होता था ।
जब से EVM से चुनाव होने लगे तब से ऐसी घटनाएं नहीं देखने के लिए मिलती है ।
VVPAT
यह एक ऐसा प्रिंटिंग मशीन है जब वोट करते हैं ।EVM मशीन पे ।
उसी के साथ एक पर्ची भी निकलता है VVPAT मशीन पर ।
अगर कोई भी मिस्टेक होती है तो इसका प्रयोग किया जाएगा । यह हाई कोर्ट का कहना है ।
ऐसे ही शब्दों के लिए जुड़े रहे ।